Microsoft Word 2010

Microsoft Word एक वर्ड प्रोसेसिंग सॉफ़्टवेयर है जिसका उपयोग दस्तावेज़, पत्र, नोट, रिपोर्ट आदि बनाने के लिए किया जाता है। इस संस्करण को 2010 में जारी किया गया था और यह Microsoft Office 2010 संग्रह का हिस्सा है। Word 2010 में कई नई सुविधाएं और अपग्रेड्स शामिल हैं, जो उपयोगकर्ताओं को अधिक सहजता और सुविधा प्रदान करते हैं।

Microsoft Word 2010 में कई नई और महत्वपूर्ण सुविधाएं शामिल हैं, जैसे कि-

  1. रिबन इंटरफ़ेस : इसमें आपको एक नया और प्रयोगकर्ता-मित्र इंटरफ़ेस मिलता है जो आपको विभिन्न फ़ंक्शन और विकल्पों तक पहुँचने में मदद करता है।
  2. ऑनलाइन सहयोग : Word 2010 आपको अपने दस्तावेज़ों को स्थानीय संगठनों के साथ साझा करने की सुविधा प्रदान करता है।
  3. स्मार्ट ऑर्टिकल व्यवस्था : यह आपके दस्तावेज़ में शीर्षक, सारांश, और अन्य विभागों को स्वचालित रूप से जोड़ता है, जो आपके दस्तावेज़ को अधिक पेशेवर बनाता है।
  4. विजुअल इफेक्ट्स और स्मार्ट आर्ट : Word 2010 आपको आकर्षक शीर्षक, चार्ट, और ग्राफिक्स बनाने की सुविधा प्रदान करता है।
  5. पेज लेआउट स्विचर : यह आपको अलग-अलग पेज लेआउटों के बीच स्विच करने की सुविधा प्रदान करता है, जैसे कि एक आर्टिकल लेआउट, कॉलम लेआउट, आदि।
  6. अद्वितीय सुरक्षा और प्रिवेसी सुरक्षा : Word 2010 आपको अपने दस्तावेज़ को सुरक्षित रखने के लिए विभिन्न सुरक्षा विकल्प प्रदान करता है।

इसके अलावा, Microsoft Word 2010 उपयोगकर्ताओं को बेहतर सहायता, सहज उपयोग, और अधिक निर्धारित कार्यक्रम प्रदान करता है।

Microsoft Word 2010 में विभिन्न प्रकार के दस्तावेज़ बनाए जा सकते हैं, जो विभिन्न उद्देश्यों के लिए उपयोग किये जा सकते हैं। यहाँ कुछ प्रमुख प्रकार की सूची है:

1. पत्र (Letters) : पत्र लिखने के लिए Word 2010 का उपयोग किया जा सकता है, जैसे कि संदेश, प्रस्ताव, आदि।

2. निबंध (Essays): विद्यार्थियों, लेखकों या प्रतियोगिताओं के लिए निबंध लिखने के लिए Word 2010 का उपयोग किया जा सकता है।

3. नोट (Notes): जब आपको किसी विषय के बारे में संक्षेप में जानकारी लिखनी हो, तो नोट बनाने के लिए यह उपयोगी होता है।

4. अनुसूची (Lists): विभिन्न प्रकार की अनुसूचियों, जैसे कि बुलेटेड या नंबर्ड लिस्ट्स, बनाने के लिए Word 2010 का उपयोग किया जा सकता है।

5. सेमिनार या प्रेजेंटेशन स्लाइड्स (Seminar or Presentation Slides): Word 2010 में आप सेमिनार या प्रेजेंटेशन के लिए स्लाइड्स बना सकते हैं, जो ज्ञान को अधिक अच्छी तरह से प्रस्तुत करने में मदद करते हैं।

6. पुस्तक (Books): लेखकों के लिए, Word 2010 उनकी पुस्तकों को लेखन, संपादन और स्वरूपित करने के लिए उपयोगी है।

7. फार्म (Forms): फार्म डिज़ाइन करने और भरने के लिए, Word 2010 का उपयोग किया जा सकता है।

यह कुछ प्रमुख प्रकार के दस्तावेज़ हैं, लेकिन Word 2010 में आप अन्य भी विभिन्न प्रकार के दस्तावेज़ बना सकते हैं, जो आपकी आवश्यकताओं को साझा करते हैं।

Microsoft Word के कई संस्करण हैं, जिनमें मुख्य शामिल हैं:

1. Word for DOS (MS-DOS): यह संस्करण 1983 में जारी किया गया था और यह Microsoft Word का पहला संस्करण था।

2. Word for Macintosh: Macintosh के लिए Word संस्करण 1985 में जारी किया गया था।

3. Word for Windows: यह Microsoft Windows प्लेटफ़ॉर्म के लिए Word का संस्करण है। पहला संस्करण, Word 1.0, 1989 में जारी किया गया था।

4. Word 95, Word 97, Word 2000, Word 2002/XP : ये सभी संस्करण Microsoft Windows के लिए आए और अन्य कई सुधारों के साथ आये।

5. Word 2003 : यह संस्करण 2003 में जारी किया गया था।

6. Word 2007 : 2007 में यह संस्करण Microsoft Office 2007 के साथ आया था, जिसमें नया रिबन इंटरफ़ेस शामिल था।

7. Word 2010 : यह संस्करण 2010 में जारी किया गया था।

8. Word 2013 : यह संस्करण 2013 में आया था और नई फ़ीचर्स और सुधारों के साथ आया था।

9. Word 2016: यह संस्करण 2016 में आया और नई सुविधाओं के साथ आया था।

10. Word 2019: यह संस्करण 2018 में जारी किया गया था, और इसमें नई फ़ीचर्स और अपडेट किये गए सुविधाएं थीं।

11. Word 365 : यह ऑनलाइन सब्सक्रिप्शन के रूप में उपलब्ध है, जिसमें नियमित रूप से सुधार और अपडेट शामिल होते हैं।

ये कुछ प्रमुख Microsoft Word के संस्करण हैं, लेकिन इसके अलावा भी कई अन्य संस्करण हैं जो विभिन्न समयांतरों में जारी किए गए हैं।

1. File

Microsoft Word 2010 में “फ़ाइल” टैब के अंतर्गत विभिन्न आप्शन होते हैं, जो निम्नलिखित हो सकते हैं:
  1. नई (New): नई दस्तावेज़ बनाने के लिए उपयोग किया जाता है।

  2. खोलें (Open): संग्रहीत दस्तावेज़ को खोलने के लिए उपयोग किया जाता है।

  3. बंद (Close): वर्तमान दस्तावेज़ को बंद करने के लिए उपयोग किया जाता है।

  4. सहेजें (Save): वर्तमान दस्तावेज़ को सहेजने के लिए उपयोग किया जाता है।

  5. अंदर लेखें (Save As): वर्तमान दस्तावेज़ को एक नये नाम से सहेजने के लिए उपयोग किया जाता है।

  6. प्रिंट (Print): वर्तमान दस्तावेज़ को प्रिंट करने के लिए उपयोग किया जाता है।

  7. पृष्ठ सेटअप (Page Setup): पृष्ठ सेटिंग्स, जैसे कि मार्जिन, पेज आकार, आदि को समायोजित करने के लिए उपयोग किया जाता है।

  8. विकल्प (Options): Word के विभिन्न विकल्पों और सेटिंग्स को निर्धारित करने के लिए उपयोग किया जाता है।

  9. बंद करें (Exit): Microsoft Word को बंद करने के लिए उपयोग किया जाता है।

ये कुछ प्रमुख “फ़ाइल” टैब के आप्शन हैं जो Microsoft Word 2010 में उपलब्ध होते हैं।

2. Home

“होम” टैब के अंतर्गत विभिन्न आप्शन होते हैं, जो निम्नलिखित हो सकते हैं:
  • Clipboard
  • Font
  • Paragraph
  • Styles
  • Editing
 
a. Clipboard

“Clipboard” के अंतर्गत विभिन्न आप्शन होते हैं, जो निम्नलिखित हो सकते हैं:

  1. कॉपी (Copy): चयनित टेक्स्ट या ऑब्जेक्ट की प्रतिलिपि बनाने के लिए उपयोग किया जाता है।
  2. कट (Cut): चयनित टेक्स्ट या ऑब्जेक्ट को काटने के लिए उपयोग किया जाता है।
  3. पेस्ट (Paste): कट या कॉपी किए गए आइटम को वर्तमान स्थान पर चिपकाने के लिए उपयोग किया जाता है।
  4. फ़ॉर्मेट पेंटर (Format Painter): चयनित आइटम के फ़ॉर्मैट को दूसरे स्थान पर लागू करने के लिए उपयोग किया जाता है।
b. Font
  1. Font : इस कमांड की सहायता से आप किसी Words का Style बदल सकते हैं|
  2. Font Size : इसकी सहायता से Words का साइज़ अपने अनुसार बड़ा या छोटा कर सकते हैं|
  3. Grow Font : इसकी सहायता से Words के साइज़ को बड़ा कर सकते हैं|
  4. Shrink Font : इसकी सहायता से Words के साइज़ को छोटा कर सकते हैं|
  5. Bold : इसकी सहायता से Word को बोल्ड यानि मोटा कर सकते हैं|
  6. Italic : इस कमांड कि सहायता से आप किसी Word को इटैलिक यानि थोडा टेढ़ा कर सकते है , जिससे वो Word देखने में सुन्दर लगने लगता है|
  7. Underline : इसकी सहायता सेword के निचे Line खीच सकते है , ऐसा करने से वो Word ज्यादा Attractive हो जाता है|
  8. Strikethrough : इसकी सहायता से  Word के बीच में क्रोसिंग लगा सकते हैं, जिस तरह आप अपने कॉपी पर कोई Word गलत होने पर उसको बीच से काट देते हैं Same वही काम यह कमांड करता है|
  9. Subscript : इस कमांड की सहायता से आप किसी Word को अपने स्थान से थोडा निचे कर सकते हैं|
  10. Superscript : इस कमांड की सहायता से आप किसी Word को अपने स्थान से थोडा ऊपर कर सकते हैं|
  11. Text Color : इस कमांड की सहायता से Text के Color को अपने मनचाहे रंग में कलर कर सकते हैं, जैसे – लाल, हरा, नीला, गुलाबी…
  12. Text Highlight Color : इसकी सहायता से किसी Word के Background कलर को Change कर सकते हैं|
  13. Change Case :
    • स्मॉल कैपिटल्स (Sentence case): पाठ के प्रथम अक्षर को बड़ा करने के लिए उपयोग किया जाता है।
    • सभी कैपिटल्स (UPPER CASE): सभी अक्षरों को बड़ा करने के लिए उपयोग किया जाता है।
    • केवल प्रथम अक्षर (Capitalize Each Word): प्रत्येक शब्द के प्रथम अक्षर को बड़ा करने के लिए उपयोग किया जाता है।
    • केवल मिनी अक्षर्ण (lower case): सभी अक्षरों को छोटा करने के लिए उपयोग किया जाता है।
    • विपरीत केस (Toggle Case): प्रत्येक अक्षर को उसके विपरीत केस में परिवर्तित करने के लिए उपयोग किया जाता है, अर्थात् बड़े अक्षर को छोटा और छोटे अक्षर को बड़ा करता है।
  14. Clear Formatting : यदि आपके दस्तावेज़ में टेक्स्ट को अलग-अलग फ़ॉर्मैटिंग के साथ लेखा गया है, तो आप इस ऑप्शन का उपयोग करके सभी विशेषताओं को हटा सकते हैं और पाठ को एक ही स्थिति में ला सकते हैं।
  15. Text Effects : यह आपके दस्तावेज़ को अद्भुत और प्रभावशाली बनाने में मदद करता है।
    • शैडो (Shadow): पाठ के पीछे एक छाया या साया प्रदर्शित करने के लिए उपयोग किया जाता है।
    • ग्लो (Glow): पाठ को एक हल्के चमक या प्रकाश प्रभाव के साथ सजाने के लिए उपयोग किया जाता है।
    • बेवेल (Bevel): पाठ को उच्चारण या अलगाव के साथ सजाने के लिए उपयोग किया जाता है, जिससे यह त्रिमान लगता है।
    • एफेक्ट (Reflection): पाठ को पानी की सतह पर प्रतिबिंबित होने का अनुकरण करने के लिए उपयोग किया जाता है।
    • डोट्स (Dots): पाठ को छोटे डोट्स के साथ सजाने के लिए उपयोग किया जाता है।
    • डायमंड्स (Diamonds): पाठ को छोटे हीरे के आकार के प्रभाव के साथ सजाने के लिए उपयोग किया जाता है।
    • वज़िर (Outline): पाठ को एक बाहरी रेखांकित की ज़रूरत के साथ सजाने के लिए उपयोग किया जाता है।
    • सतह (Surface): पाठ को एक विशेष परत की सतह पर प्रदर्शित करने के लिए उपयोग किया जाता है।
c. Paragraph
  1. Bullets : बुलेट्स (Bullets) का उपयोग आपकी सूचियों को व्यवस्थित और आकर्षक बनाने के लिए किया जाता है।  बुलेट्स आइकन पर क्लिक करने पर विभिन्न बुलेट स्टाइल्स का एक मेनू खुलेगा। इनमें साधारण बुलेट्स, छोटे गोल बुलेट्स, और अन्य डिजाइन शामिल हैं। आप मेनू से किसी भी स्टाइल को चुन सकते हैं जो आपकी सूची के लिए उपयुक्त हो।
  2. Numbering : नंबरिंग (Numbering) का उपयोग सूचियों को क्रमबद्ध और संगठित तरीके से प्रस्तुत करने के लिए किया जाता है।नंबरिंग शैली का चयन करना (Selecting a Numbering Style):

    नंबरिंग आइकन पर क्लिक करने के बाद, एक ड्रॉप-डाउन मेनू खुलेगा जिसमें विभिन्न नंबरिंग स्टाइल्स दिखाई देंगे। आप इनमें से किसी भी स्टाइल को चुन सकते हैं, जैसे:

    1, 2, 3, …: सामान्य क्रमांक।

    i, ii, iii, …: रोमन अंकों का क्रम।

    A, B, C, …: अक्षरों का क्रम।

  3. Multilevel List : इस सूची में विभिन्न स्तर (Levels) होते हैं, जैसे मुख्य बिंदु (Main Points), उप-बिंदु (Sub-Points), और उनके भी उप-बिंदु हो सकते हैं। Multilevel List एक प्रकार की सूची होती है जिसे आप MS Word जैसे वर्ड प्रोसेसिंग प्रोग्राम्स में बना सकते हैं।
  4. Decrease Indent : Decrease Indent का मतलब है कि टेक्स्ट या सूची आइटम को बाहर की ओर खिसकाना, यानी टेक्स्ट को बाईं ओर शिफ्ट करना। हिंदी में इसे “इंडेंट कम करना” या “बाहर खिसकाना” कहा जा सकता है।
  5. Increase Indent : का मतलब है कि टेक्स्ट या सूची आइटम को थोड़ा अंदर की ओर खिसकाना, यानी उसे दाईं ओर शिफ्ट करना। हिंदी में इसे “इंडेंट बढ़ाना” या “अंदर खिसकाना” कहा जा सकता है।
  6. Short : शॉर्ट के द्वारा हम डाटा को Ascending & Descending क्रम में लगा सकते है      Ascending (आरोही क्रम)  Ascending का मतलब होता है “छोटे से बड़े की ओर” या “नीचे से ऊपर की ओर” क्रम में रखना।

    उदाहरण : 1, 2, 3, 4, 5

    उदाहरण : A, B, C, D, E

          Descending (अवरोही क्रम)  Descending का मतलब होता है “बड़े से छोटे की ओर” या “ऊपर से नीचे की ओर” क्रम में रखना।

    उदाहरण : 5, 4, 3, 2, 1

    उदाहरण : Z, Y, X, W, V

  7. Align Text Left का मतलब है कि टेक्स्ट को पृष्ठ के बाएं किनारे (left margin) से संरेखित करना।
  8. Align Text Center  का मतलब है कि टेक्स्ट को पृष्ठ के मध्य में संरेखित करना।
  9. Align Text Right का मतलब है कि टेक्स्ट को पृष्ठ के दाहिने किनारे (right margin) से संरेखित करना।
  10. Justified  टेक्स्ट को पृष्ठ के दोनों किनारों (बाएं और दाएं) से संरेखित करने का तरीका है। इसका उद्देश्य टेक्स्ट को इस तरह से व्यवस्थित करना है कि प्रत्येक पंक्ति एक समान चौड़ाई पर समाप्त हो, जिससे टेक्स्ट का ब्लॉक एक साफ और समग्र लुक प्रदान करता है।
  11. Line and Paragraph Spacing : MS Word और अन्य वर्ड प्रोसेसिंग सॉफ़्टवेयर में टेक्स्ट की पंक्तियों और पैराग्राफ़ के बीच की जगह को नियंत्रित करने के लिए उपयोग किया जाता है। यह डॉक्युमेंट के पढ़ने की सुविधा और उसकी प्रस्तुति को प्रभावित करता है।

    Line Spacing के विकल्प-

    • Single Spacing (एकल स्पेसिंग): पंक्तियों के बीच न्यूनतम जगह होती है। आमतौर पर, डिफ़ॉल्ट रूप से इसका उपयोग किया जाता है।

    • 1.5 Line Spacing (1.5 गुना स्पेसिंग): पंक्तियों के बीच 1.5 गुना अधिक जगह होती है, जिससे टेक्स्ट को पढ़ना थोड़ा आसान हो जाता है।

    • Double Spacing (डबल स्पेसिंग): पंक्तियों के बीच दो गुना अधिक जगह होती है। यह अकादमिक पेपर और रिपोर्ट्स में आमतौर पर उपयोग किया जाता है, क्योंकि यह प्रूफरीडिंग और टिप्पणियों के लिए अधिक स्थान प्रदान करता है।

    • Custom Line Spacing (कस्टम लाइन स्पेसिंग): आप अपनी जरूरतों के अनुसार विशिष्ट पंक्ति स्पेसिंग सेट कर सकते हैं, जैसे 1.2, 1.8 आदि।

    • Paragraph Spacing : पैराग्राफ़ के ऊपर और नीचे की जगह को नियंत्रित करता है। यह पैराग्राफ़ों के बीच की जगह को बढ़ाने या घटाने में मदद करता है।       
    • Paragraph Spacing के विकल्प:
      • Before (पहले): पैराग्राफ़ के शुरू होने से पहले की जगह को सेट करता है। इसे बढ़ाकर या घटाकर आप पैराग्राफ़ के ऊपर की जगह को नियंत्रित कर सकते हैं।
      • After (बाद में): पैराग्राफ़ के समाप्त होने के बाद की जगह को सेट करता है। इसे बढ़ाकर या घटाकर आप पैराग्राफ़ के नीचे की जगह को नियंत्रित कर सकते हैं।
      • Custom Paragraph Spacing (कस्टम पैराग्राफ़ स्पेसिंग): आप अपनी जरूरतों के अनुसार पैराग्राफ़ के पहले और बाद की स्पेसिंग को विशिष्ट मानों में सेट कर सकते हैं।

12. Shading वर्ड प्रोसेसिंग और स्प्रेडशीट सॉफ़्टवेयर में टेक्स्ट, पंक्तियों, या क्षेत्रों को हाइलाइट या रंगीन बनाने का एक तरीका है। इसका उद्देश्य डॉक्युमेंट में विशिष्ट हिस्सों को अधिक स्पष्ट और प्रमुख बनाना है।

13. Borders : MS Word में Borders (बॉर्डर) का उपयोग टेक्स्ट, पैराग्राफ़, पृष्ठ, तालिका कोशिकाओं, या टेक्स्ट बॉक्स के चारों ओर रेखाएँ जोड़ने के लिए किया जाता है। यह दस्तावेज़ की संरचना को स्पष्ट और पेशेवर बनाने में मदद करता है।

D. Styles
  • स्टाइल आप्शन के द्वारा हम विभिन्न पैराग्राफों के फॉन्ट स्टाइल को बदल सकते हैं|
E. Editing

इसमें तीन ऑप्शन मिलते हैं जो की बहुत Useful है-

  1. Find : इस कमांड की सहायता से आप WordPad में Open की गए फाइल में किसी Word को ढूंढ सकते हैं|
  2. Replace : इसकी सहायता से किसी Word के बदले दुसरे Word को Replace कर सकते हैं|
  3. Select All : इस कमांड की सहायता से आप एक बार में पुरे Word और फोटो को सेलेक्ट कर सकते हैं|

 

3.  Insert

“इन्सर्ट” टैब के अंतर्गत विभिन्न आप्शन होते हैं, जो निम्नलिखित हो सकते हैं:
  • Pages
  • Tables
  • Illustrations
  • Links
  • Header & Footer
  • Text
  • Symbols
 
 
A. Pages

“Pages” के अंतर्गत विभिन्न आप्शन होते हैं, जो निम्नलिखित हो सकते हैं:

  • Cover Page : कवर पृष्ठ (Cover Page) किसी दस्तावेज़ (Document) का पहला पृष्ठ होता है, जिसे पेशेवर और आकर्षक बनाने के लिए उपयोग किया जाता है। यह दस्तावेज़ की मुख्य जानकारी जैसे शीर्षक (Title), लेखक (Author), दिनांक (Date), कंपनी का नाम (Company Name) आदि प्रदर्शित करने के लिए डिज़ाइन किया जाता है।
  • Blank Page : रिक्त पृष्ठ (Blank Page) MS Word में एक नया खाली पृष्ठ जोड़ने का एक विकल्प है। यह उपयोगकर्ता को दस्तावेज़ में किसी भी स्थान पर एक नया पृष्ठ जोड़ने की सुविधा देता है, जिससे आप नई सामग्री लिख सकते हैं।
  • Page Break : पृष्ठ विराम (Page Break) एक विशेष कमांड है जो नई सामग्री को अगले पृष्ठ पर ले जाने के लिए उपयोग किया जाता है। जब आप पृष्ठ विराम जोड़ते हैं, तो कर्सर एक नए पृष्ठ पर चला जाता है, भले ही पहले पृष्ठ पर जगह बची हो।
B. Tables

सारणी (Table) एक संगठित डेटा संरचना है, जिसमें पंक्तियाँ (Rows) और स्तंभ (Columns) होते हैं। यह डेटा को व्यवस्थित तरीके से प्रस्तुत करने में मदद करता है, जिससे जानकारी को पढ़ना और समझना आसान हो जाता है।

C. Illustrations

“Illustrations” के अंतर्गत विभिन्न आप्शन होते हैं, जो निम्नलिखित हो सकते हैं:

  • Picture : चित्र (Picture) एक ग्राफिकल तत्व (Graphic Element) है जिसे MS Word में दस्तावेज़ को आकर्षक और जानकारीपूर्ण बनाने के लिए जोड़ा जाता है। आप अपने कंप्यूटर से कोई भी छवि (Image) या फ़ोटो जोड़ सकते हैं और उसे आकार, स्थिति और शैली के अनुसार संपादित (Edit) कर सकते हैं।
  • Clip Art : क्लिप आर्ट में चित्र, स्केच, प्रतीक (Icons), और एनिमेशन शामिल होते हैं, जिन्हें आप सीधे अपने दस्तावेज़ में जोड़ सकते हैं।
  • Shapes : आकृतियाँ (Shapes) MS Word में उपलब्ध रेखांकन (Drawing) टूल्स हैं, जिनका उपयोग दस्तावेज़ में विभिन्न प्रकार की ग्राफिकल आकृतियाँ जोड़ने के लिए किया जाता है। इसमें लाइन्स (Lines), तीर (Arrows), आयत (Rectangles), वृत्त (Circles), तारे (Stars), फ्लोचार्ट (Flowchart) प्रतीक आदि शामिल होते हैं।
  • SmartArt : स्मार्टआर्ट (SmartArt)MS Word में एक ग्राफिकल टूल है, जो जानकारी को विज़ुअल रूप से प्रस्तुत करने में मदद करता है। यह फ्लोचार्ट (Flowchart), ऑर्गनाइज़ेशन चार्ट (Organization Chart), प्रोसेस डायग्राम (Process Diagram), और लिस्ट को आकर्षक और पेशेवर तरीके से दिखाने के लिए उपयोग किया जाता है।
  • Chart : चार्ट (Chart) एक ग्राफिकल टूल है, जिसका उपयोग सांख्यिकीय (Statistical) और संख्यात्मक (Numerical) डेटा को विज़ुअल रूप से प्रस्तुत करने के लिए किया जाता है। यह डेटा को अधिक स्पष्ट और समझने में आसान बनाता है।
  • Screenshot : स्क्रीनशॉट (Screenshot) एक छवि (Image) है, जो आपके कंप्यूटर या मोबाइल स्क्रीन के किसी विशेष भाग या पूरी स्क्रीन को कैप्चर (Capture) करने के लिए उपयोग की जाती है।
D. Links

“Links” के अंतर्गत विभिन्न आप्शन होते हैं

  • Hyperlink : हाइपरलिंक (Hyperlink) एक लिंक (Link) होता है, जो आपको एक वेब पेज, दस्तावेज़, ईमेल एड्रेस, या किसी अन्य स्थान पर ले जाता है। जब आप किसी हाइपरलिंक पर क्लिक करते हैं, तो यह आपको निर्दिष्ट पते (URL) या फ़ाइल पर ले जाता है।
  • Bookmark : बुकमार्क (Bookmark) MS Word 2010 में एक फीचर है, जो दस्तावेज़ में किसी विशेष स्थान को चिह्नित (Mark) करने के लिए उपयोग किया जाता है। यह उसी तरह काम करता है जैसे हम किताबों में किसी महत्वपूर्ण पेज पर निशान लगाने के लिए बुकमार्क का उपयोग करते हैं।

    जब आप किसी टेक्स्ट, हेडिंग, या पेज को बुकमार्क करते हैं, तो आप बाद में उस स्थान पर तुरंत वापस जा सकते हैं बिना दस्तावेज़ को स्क्रॉल किए।

  • Cross-reference : क्रॉस-रेफरेंस (Cross-Reference)MS Word 2010 में एक फीचर है, जो आपको एक दस्तावेज़ के भीतर किसी अन्य स्थान, टेबल, चित्र, चार्ट, हेडिंग, या बुकमार्क का संदर्भ (Reference) जोड़ने की सुविधा देता है।
E. Header & Footer

“Header & Footer” के अंतर्गत विभिन्न आप्शन होते हैं

  • Header : हेडर (Header)MS Word 2010 में एक विशेष सेक्शन होता है, जो हर पेज के शीर्ष (Top) पर दिखाई देता है। इसमें आप टेक्स्ट, पेज नंबर, तारीख, इमेज, कंपनी का लोगो, डोक्यूमेंट का नाम, या अन्य महत्वपूर्ण जानकारी जोड़ सकते हैं।
  • Footer : फुटर (Footer)MS Word 2010 में एक विशेष सेक्शन होता है, जो हर पेज के नीचे (Bottom) पर दिखाई देता है। इसमें आप पेज नंबर, तारीख, लेखक का नाम, कॉपीराइट जानकारी, डॉक्यूमेंट का शीर्षक, या अन्य महत्वपूर्ण विवरण जोड़ सकते हैं।
  • Page Number : पेज नंबर (Page Number)में आप अपने दस्तावेज़ के प्रत्येक पृष्ठ पर स्वचालित रूप से संख्या (1, 2, 3…) जोड़ सकते हैं। यह हेडर (Header), फुटर (Footer), पेज के कोनों, या किसी भी विशेष स्थान पर जोड़ा जा सकता है।
F. Text

“Text” के अंतर्गत विभिन्न आप्शन होते हैं

  • Text Box : टेक्स्ट बॉक्स एक डिब्बे (Box) की तरह होता है, जिसमें आप पाठ (Text) लिख सकते हैं और उसे पेज पर कहीं भी खींच (Drag) कर रख सकते हैं।
  • Quick Parts : अगर आप कोई टेक्स्ट, पैराग्राफ, हेडर, फुटर, टेबल, या सिग्नेचर बार-बार इस्तेमाल करते हैं, तो इसे Quick Parts में सेव कर सकते हैं और जब जरूरत हो, एक क्लिक में इंसर्ट कर सकते हैं।
  • WordArt : WordArt का उपयोग डिज़ाइनिंग और हाईलाइटिंग के लिए किया जाता है, ताकि टेक्स्ट सुंदर और प्रभावशाली दिखे।
  • Drop Cap : जब आप किसी पैराग्राफ के पहले अक्षर को बड़ा और अन्य टेक्स्ट से अलग दिखाना चाहते हैं, तो “Drop Cap” का उपयोग किया जाता है। यह अखबारों, पत्रिकाओं और पुस्तकों में अक्सर देखा जाता है।
  • Signature Line : जब आप किसी दस्तावेज़ (जैसे अनुबंध, प्रमाण पत्र, औपचारिक पत्र) में हस्ताक्षर करने के लिए जगह बनाना चाहते हैं, तो “Signature Line” का उपयोग किया जाता है।
  • Date & Time : जब आप किसी डॉक्यूमेंट में तारीख (Date) और समय (Time) डालना चाहते हैं, ताकि यह स्वचालित रूप से अपडेट हो सके या फिक्स रहे, तो “Date & Time” ऑप्शन का उपयोग किया जाता है।
  • Object : जब आप अपने वर्ड डॉक्यूमेंट में कोई दूसरी फाइल या डेटा (जैसे Excel, PowerPoint, PDF, या कोई इमेज) जोड़ना चाहते हैं, तो “Object” टूल का उपयोग किया जाता है।
G. Symbols

“Symbols” के अंतर्गत विभिन्न आप्शन होते हैं

    • Equation : जब आपको गणितीय समीकरण (Math Equations), भौतिकी (Physics), रसायन विज्ञान (Chemistry), या अन्य वैज्ञानिक सूत्र को लिखना हो, तो “Equation” टूल का उपयोग किया जाता है।
    • Symbol : जब आपको ₹, ©, ™, ±, π, ∑, ∞, α, β, Ω जैसे विशेष चिह्न जोड़ने हों, तो “Symbol” टूल का उपयोग किया जाता है।

 

4. Page Layout 

“Page Layout” टैब के अंतर्गत विभिन्न आप्शन होते हैं
  • Themes
  • Page Setup
  • Page Background
  • Paragraph
  • Arrange

 

A. Themes

“Themes” के अंतर्गत विभिन्न आप्शन होते हैं

  • Themes : यह विकल्प पूरे दस्तावेज़ के डिज़ाइन को एक समान रूप देता है। थीम में पहले से तैयार रंग, फ़ॉन्ट और प्रभावों का एक सेट होता है, जिससे दस्तावेज़ आकर्षक दिखता है।
  • Colors : यह विकल्प थीम के रंगों को बदलने की सुविधा देता है। जब आप कोई नया रंग सेट चुनते हैं, तो वह पूरे दस्तावेज़ में लागू हो जाता है, जिसमें टेक्स्ट, हेडिंग, ग्राफिक्स, और अन्य डिज़ाइन तत्व शामिल होते हैं।
  • Fonts : यह विकल्प थीम में उपयोग किए जाने वाले टेक्स्ट फ़ॉन्ट को नियंत्रित करता है। यह मुख्य रूप से दो प्रकार के फ़ॉन्ट सेट को परिभाषित करता है:
      • Heading Font (शीर्षक फॉन्ट) – मुख्य शीर्षकों के लिए
      • Body Font (बॉडी फॉन्ट) – सामान्य टेक्स्ट के लिए
  • Effects : यह विकल्प दस्तावेज़ के ग्राफिक्स, शेप्स और चार्ट्स पर विशेष प्रभाव लागू करने की सुविधा देता है। इससे पूरे दस्तावेज़ में एक पेशेवर और आकर्षक लुक आता है।

 

B. Page Setup

“Page Setup” के अंतर्गत विभिन्न आप्शन होते हैं

  • Margins : मार्जिन वह खाली जगह होती है जो पेज के किनारों (ऊपर, नीचे, बाएँ और दाएँ) पर होती है। इस विकल्प की मदद से आप दस्तावेज़ में टेक्स्ट और कंटेंट के चारों ओर की स्पेसिंग को सेट कर सकते हैं।
      • Normal (सामान्य) – सामान्य मार्जिन (1 इंच प्रत्येक दिशा में)
      • Narrow (संकरी) – कम मार्जिन (टेक्स्ट को अधिक जगह देता है)
      • Moderate (मध्यम) – संतुलित मार्जिन
      • Wide (चौड़ा) – बड़े मार्जिन (प्रिंटिंग के लिए अच्छा)
      • Custom Margins (कस्टम मार्जिन) – अपनी पसंद के अनुसार मार्जिन सेट करें
  • Orientation : ओरिएंटेशन से तात्पर्य पेज की दिशा (डायरेक्शन) से होता है।
      • Portrait (खड़ा/लंबवत) – यह डिफ़ॉल्ट सेटिंग है, जिसमें पेज लंबवत होता है।
      • Landscape (आड़ा/क्षैतिज) – इसमें पेज चौड़ा होता है, जो टेबल या ग्राफिक्स वाले दस्तावेज़ के लिए उपयोगी होता है।
  • Size : यह विकल्प पेज के साइज़ को बदलने की सुविधा देता है।
      • Letter (8.5″ x 11″) – आमतौर पर अमेरिका में उपयोग किया जाता है।
      • A4 (8.27″ x 11.69″) – भारत और यूरोप में सबसे अधिक उपयोग किया जाने वाला साइज़।
      • Legal (8.5″ x 14″) – आमतौर पर कानूनी दस्तावेज़ों के लिए उपयोग किया जाता है।
      • Custom Size (कस्टम साइज़) – अपनी ज़रूरत के अनुसार साइज़ सेट करें।
  • Columns : यह विकल्प पेज को एक या एक से अधिक कॉलम में विभाजित करने की सुविधा देता है, जो समाचार पत्रों, पत्रिकाओं और रिपोर्ट्स के लिए उपयोगी होता है।
      • One (एक कॉलम) – डिफ़ॉल्ट सेटिंग, जहाँ पूरा टेक्स्ट एक ही कॉलम में रहता है।
      • Two (दो कॉलम) – दस्तावेज़ को दो हिस्सों में बाँटता है, जैसे समाचार पत्र।
      • Three (तीन कॉलम) – दस्तावेज़ को तीन भागों में विभाजित करता है।
      • Left (बायाँ) – बाईं ओर छोटा कॉलम और दाईं ओर बड़ा कॉलम।
      • Right (दायाँ) – दाईं ओर छोटा कॉलम और बाईं ओर बड़ा कॉलम।
      • More Columns (अधिक कॉलम) – अपनी पसंद के अनुसार कॉलम सेट करें।
  • Breaks : यह विकल्प पेज, कॉलम, और सेक्शन को अलग करने के लिए उपयोग किया जाता है।
  • Line Numbers : यह विकल्प दस्तावेज़ की हर पंक्ति को नंबर देने की सुविधा देता है, जो कानूनी और तकनीकी दस्तावेज़ों के लिए उपयोगी होता है।
      • None (कोई नंबर नहीं) – यह डिफ़ॉल्ट सेटिंग है।
      • Continuous (लगातार नंबरिंग) – पूरे दस्तावेज़ में पंक्तियों को क्रमांकित करता है।
      • Restart Each Page (हर पेज पर पुनः शुरू करें) – हर नए पेज पर नंबरिंग को रीसेट करता है।
      • Restart Each Section (हर सेक्शन पर पुनः शुरू करें) – प्रत्येक नए सेक्शन से लाइन नंबरिंग रीसेट करता है।
      • Suppress for Current Paragraph (वर्तमान पैराग्राफ के लिए हटाएँ) – चयनित पैराग्राफ में नंबरिंग को छुपाता है।
  • Hyphenation : यह विकल्प शब्दों के बीच में हाइफ़न (-) जोड़कर टेक्स्ट को अधिक व्यवस्थित बनाता है।
      • None (कोई हाइफ़न नहीं) – यह डिफ़ॉल्ट सेटिंग है।
      • Automatic (स्वचालित) – Word खुद तय करता है कि कहाँ हाइफ़न जोड़ना है।
      • Manual (मैनुअल) – उपयोगकर्ता को चुनने का विकल्प देता है कि कहाँ हाइफ़न जोड़ना है।

 

C. Page Background

“Page Background” के अंतर्गत विभिन्न आप्शन होते हैं

  • Watermark : वॉटरमार्क एक हल्का ग्राफिक या टेक्स्ट होता है जो दस्तावेज़ के बैकग्राउंड में जोड़ा जाता है। इसका उपयोग गोपनीयता, कॉपीराइट सुरक्षा, या दस्तावेज़ की स्थिति (जैसे ड्राफ़्ट, गोपनीय, आदि) दिखाने के लिए किया जाता है।
      • Confidential (गोपनीय) – “Confidential” टेक्स्ट दस्तावेज़ के बैकग्राउंड में हल्के रंग में दिखता है।
      • Draft (ड्राफ़्ट) – “Draft” टेक्स्ट यह दर्शाता है कि दस्तावेज़ अंतिम रूप से तैयार नहीं हुआ है।
      • Urgent (अत्यावश्यक) – “Urgent” यह संकेत देता है कि दस्तावेज़ महत्वपूर्ण और जल्दी देखने योग्य है।
      • Do Not Copy (कॉपी न करें) – कॉपीराइट सुरक्षा के लिए उपयोग किया जाता है।
      • Picture Watermark (चित्र वॉटरमार्क) – अपनी पसंद की कोई भी छवि (जैसे कंपनी का लोगो) जोड़ सकते हैं।
      • Custom Watermark (कस्टम वॉटरमार्क) – अपनी पसंद का टेक्स्ट या चित्र जोड़ सकते हैं।
  • Page Color : यह विकल्प दस्तावेज़ के बैकग्राउंड का रंग बदलने के लिए उपयोग किया जाता है।
      • Theme Colors (थीम रंग) – पहले से तैयार रंग संयोजन उपलब्ध होते हैं।
      • Standard Colors (मानक रंग) – सामान्य रूप से उपयोग किए जाने वाले रंग (जैसे लाल, नीला, हरा, आदि)।
      • More Colors (अधिक रंग) – कस्टम कलर पैलेट से रंग चुन सकते हैं।
      • Fill Effects (फिल इफेक्ट्स) – ग्रेडिएंट, पैटर्न, टेक्स्चर और चित्र को पेज बैकग्राउंड में जोड़ सकते हैं।
  • Page Borders : यह विकल्प पेज के चारों ओर बॉर्डर (सीमा रेखा) जोड़ने के लिए उपयोग किया जाता है। यह दस्तावेज़ को अधिक आकर्षक और पेशेवर बनाता है।
      • Box (बॉक्स) – पूरे पेज के चारों ओर बॉर्डर जोड़ता है।
      • Shadow (छाया) – बॉर्डर में 3D प्रभाव के साथ हल्की छाया होती है।
      • 3D (त्रिआयामी) – उभरा हुआ (Embossed) या धंसा हुआ (Engraved) बॉर्डर जोड़ता है।
      • Custom (कस्टम) – उपयोगकर्ता अपनी पसंद के अनुसार बॉर्डर के डिजाइन को बदल सकता है।
      • Style (शैली) – डॉटेड, डैश्ड, डबल, वेवी आदि विभिन्न प्रकार की बॉर्डर शैलियाँ चुन सकते हैं।
      • Color (रंग) – बॉर्डर का रंग बदल सकते हैं।
      • Width (चौड़ाई) – बॉर्डर की मोटाई (जैसे 1pt, 2pt, 3pt) सेट कर सकते हैं।
      • Art (आर्ट बॉर्डर) – पेज बॉर्डर में फ्लॉवर, स्टार, ब्रिक्स (ईंट), ट्री आदि ग्राफिकल डिज़ाइन जोड़ सकते हैं।

 

D. Paragraph

“Paragraph” के अंतर्गत विभिन्न आप्शन होते हैं

  • Indent : इंडेंट का उपयोग पैराग्राफ की पहली लाइन या पूरे पैराग्राफ को दाएँ या बाएँ शिफ्ट करने के लिए किया जाता है। इससे टेक्स्ट का लेआउट अधिक व्यवस्थित और पेशेवर दिखता है।
      • Left Indent (बाएँ इंडेंट) – यह पूरे पैराग्राफ को बाईं ओर से एक निश्चित दूरी पर शिफ्ट करता है।
      • Right Indent (दाएँ इंडेंट) – यह पूरे पैराग्राफ को दाईं ओर से एक निश्चित दूरी पर शिफ्ट करता है।
  • Spacing : स्पेसिंग का उपयोग पैराग्राफ के भीतर और उसके ऊपर/नीचे की दूरी को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है।
      • Before Spacing (पहले का स्पेसिंग) : यह पैराग्राफ से पहले की स्पेसिंग को नियंत्रित करता है।
      • After Spacing (बाद का स्पेसिंग) : यह पैराग्राफ के बाद की स्पेसिंग को नियंत्रित करता है।

 

E. Arrange

“Arrange” के अंतर्गत विभिन्न आप्शन होते हैं

  • Position : यह विकल्प चित्र, टेक्स्ट बॉक्स या अन्य ऑब्जेक्ट्स को पेज पर किसी निश्चित स्थान पर सेट करने के लिए उपयोग किया जाता है।
      • In Line with Text (इन-लाइन विद टेक्स्ट) – चित्र टेक्स्ट की एक पंक्ति के रूप में व्यवस्थित होता है।
      • Top Left, Top Center, Top Right – चित्र को पेज के ऊपर बाईं, बीच या दाईं ओर सेट करता है।
      • Middle Left, Middle Center, Middle Right – चित्र को पेज के बीच में विभिन्न स्थानों पर सेट करता है।
      • Bottom Left, Bottom Center, Bottom Right – चित्र को पेज के निचले हिस्से में सेट करता है।
  • Wrap Text : यह विकल्प चित्र और टेक्स्ट के बीच संबंध को नियंत्रित करता है, जिससे टेक्स्ट और ऑब्जेक्ट्स को सही से व्यवस्थित किया जा सके।
      • In Line with Text – चित्र या ऑब्जेक्ट को टेक्स्ट की एक पंक्ति में रखता है।
      • Square – टेक्स्ट चित्र के चारों ओर एक चौकोर बॉक्स बनाकर उसे घेर लेता है।
      • Tight – टेक्स्ट चित्र के चारों ओर बहुत करीब से व्यवस्थित होता है।
      • Behind Text – चित्र टेक्स्ट के पीछे चला जाता है।
      • In Front of Text – चित्र टेक्स्ट के ऊपर आ जाता है।
      • Top and Bottom – चित्र के ऊपर और नीचे टेक्स्ट रहता है, लेकिन उसके बाईं या दाईं ओर कोई टेक्स्ट नहीं होता।
  • Bring Forward : यदि कोई चित्र या ऑब्जेक्ट दूसरे ऑब्जेक्ट के पीछे छिपा हुआ है, तो इसे आगे लाने के लिए यह विकल्प उपयोग किया जाता है।
      • Bring Forward – ऑब्जेक्ट को एक स्तर (Layer) आगे लाता है।
      • Bring to Front – ऑब्जेक्ट को सभी अन्य ऑब्जेक्ट्स के ऊपर रखता है।
  • Send Backward : यह विकल्प ऑब्जेक्ट को दूसरे ऑब्जेक्ट्स के पीछे भेजने के लिए उपयोग किया जाता है।
      • Send Backward – ऑब्जेक्ट को एक स्तर (Layer) पीछे भेजता है।
      • Send to Back – ऑब्जेक्ट को सभी अन्य ऑब्जेक्ट्स के पीछे रखता है।
  • Selection Pane : Selection Pane का उपयोग दस्तावेज़ में सभी ऑब्जेक्ट्स को सूचीबद्ध करने और उन्हें आसानी से चुनने (Select), छिपाने (Hide) या दिखाने (Show) के लिए किया जाता है।
  • Align : यह विकल्प चित्रों, टेक्स्ट बॉक्स, या अन्य ऑब्जेक्ट्स को पेज पर व्यवस्थित करने के लिए उपयोग किया जाता है।
      • Align Left – सभी ऑब्जेक्ट्स को बाईं ओर संरेखित करता है।
      • Align Center – सभी ऑब्जेक्ट्स को केंद्र में रखता है।
      • Align Right – सभी ऑब्जेक्ट्स को दाईं ओर संरेखित करता है।
      • Align Top – सभी ऑब्जेक्ट्स को ऊपरी सीमा पर रखता है।
      • Align Middle – सभी ऑब्जेक्ट्स को ऊर्ध्वाधर केंद्र में रखता है।
      • Align Bottom – सभी ऑब्जेक्ट्स को नीचे की सीमा पर रखता है।
  • Group : Group विकल्प का उपयोग एक से अधिक ऑब्जेक्ट्स (जैसे चित्र और टेक्स्ट बॉक्स) को एक साथ जोड़ने के लिए किया जाता है, ताकि वे एक ही यूनिट के रूप में कार्य करें।
      • Group – सभी चयनित ऑब्जेक्ट्स को एक साथ जोड़ता है।
      • Ungroup – पहले से जुड़े ऑब्जेक्ट्स को अलग करता है।
      • Regroup – ऑब्जेक्ट्स को पुनः समूहित करता है।
  • Rotate : Rotate विकल्प का उपयोग किसी भी चित्र या ऑब्जेक्ट को घुमाने (Rotate) या पलटने (Flip) के लिए किया जाता है।
      • Rotate Right 90° – ऑब्जेक्ट को 90 डिग्री दाईं ओर घुमाता है।
      • Rotate Left 90° – ऑब्जेक्ट को 90 डिग्री बाईं ओर घुमाता है।
      • Flip Vertical – ऑब्जेक्ट को ऊपर-नीचे पलटता है।
      • Flip Horizontal – ऑब्जेक्ट को दाएँ-बाएँ पलटता है।

 

 

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